कभी कभी रिश्तों का मतलब
वो लोग भी समझा देते है
जिनसे हमारा कोई रिश्ता नहीं होता
Kabhee kabhee rishton ka matalab
Vo log bhee samajha dete hai
Jinase hamaara koee rishta nahin hota
वक्त की यारी तो हर कोई कर लेता है
दोस्त मजा तो तब है
जब वक्त बदल जाए पर यार ना बदले
Vakt kee yaaree to har koee kar leta hai
Dost maja to tab hai
Jab vakt badal jae par yaar na badale
दोस्त मजा तो तब है
जब वक्त बदल जाए पर यार ना बदले
Vakt kee yaaree to har koee kar leta hai
Dost maja to tab hai
Jab vakt badal jae par yaar na badale
इस्वर अगर दोस्ती का रिस्ता ना बनता तो
इंसान कभी यकीन ना करता की अजनबी
लोग अपनों से भी प्यारे हो सकते है
Isvar agar dostee ka rista na banata to
Insaan kabhee yakeen na karata kee ajanabee
Log apanon se bhee pyaare ho sakate hai